जवाहर नगर स्थित माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के तक्षशिला सभागार में आज दिनांक 29.11.2025 को 48वाँ वार्षिकोत्सव समारोह पुरस्कार वितरण व सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में आयोजित हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि श्री सतीश पूनिया,पूर्व विधानसभा सदस्य(राजस्थान सरकार) तथा विशिष्ट अतिथि,श्री गोपाल गिलड़ा,सुप्रसिद्ध व्यवसायी व समाजसेवी थे। इस अवसर पर माहेश्वरी शिक्षा समिति व विद्यालय के चेयरमैन श्री उमेश सोनी,वाइस चेयरमैन श्री निर्मल दरगड़,महासचिव शिक्षा श्री कमल सोमानी, मानद सचिव श्री (सी.ए) संजय बांगड़,कोषाध्यक्ष श्री अरुण मालू, भवनमंत्री श्री प्रवीण लड्ढा,विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रीता भार्गव तथा शिक्षा समिति के अन्य गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि द्वारा सरस्वती मंदिर में दीप-प्रज्वलन के साथ हुआ। चेयरमैन श्री उमेश सोनी ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और आगंतुकों का स्वागत व अभिनंदन करते हुए भाषण दिया। महासचिव शिक्षा श्री कमल सोमानी ने दी एज्यूकेशन कमेटी ऑव द माहेश्वरी समाज(ईसीएमएस) के विज़न तथा शिक्षा सचिव श्री (सी.ए) संजय बांगड़ ने विद्यालय के विकास-कार्यों के बारे में बताते हुए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रसार के बारे में भावी योजनाओं की परिकल्पना प्रस्तुत की। प्राचार्या श्रीमती रीता भार्गव द्वारा प्रस्तुत की गई विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट में शैक्षणिक,खेलकूद और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में छात्रों की उत्कृष्ट उपलब्धियों का विस्तृत ब्यौरा दिया गया।
मंचासीन मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, प्रबंध समिति और प्राचार्या ने अनेक प्रतियोगिताओं एवं वर्षभर आयोजित गतिविधियों में अव्वल रहे छात्रों को पुरस्कृत किया। समारोह में विद्यालय की‘स्कूल मैगज़ीन/फ्लिप बुक’ का अनावरण भी किया गया।मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने अपने उद्बोधन के माध्यम से शिक्षा समिति व विद्यालय की शिक्षा-प्रणाली की प्रशंसा करते हुए छात्रों को अपने कौशलों का विकास करके समाज व देश की प्रगति में योगदान हेतु प्रोत्साहित व प्रेरित किया।
समारोह का मुख्य आकर्षण के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किए गए रंगारंग कार्यक्रम रहे। समारोह की इन इन्द्रधनुषी प्रस्तुतियों में सर्वप्रथम “शिव वन्दना” प्रस्तुत की गई।आगे के सभी कार्यक्रम नाट्य कथानक शून्य से शिखर तक नाटक पर आधारित थे, जिसमें भारत की ‘शून्य से शिखर तक की महायात्रा बताई है। इसके माध्यम से प्राचीन गुरुकूल,विज्ञान, लोककला,संस्कृति,तकनीक,अंतरिक्ष,खेल आदि हर क्षेत्र में भारत की उपलब्धियाँ और प्रगति की ओर बढ़ते भारत के बारे में बताया है। इस थीम पर आधारित प्रस्तुतियों में कक्षा वरिष्ठ वर्ग के छात्र-छात्राओं के भारतीय-पाश्चात्य शैली के नृत्य,गायन आदि के साथ ही अन्तिम आकर्षक कड़ी के रूप में ऑर्केस्ट्रा (वाद्यवृंद) रहा जिसमें भारतीय व पाश्चात्य दोनों ही वाद्य-यंत्रों के माध्यम से मधुर ध्वनि-सौन्दर्य का प्रसार किया गया।
विद्यालय के हेड बॉय व हेड गर्ल ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रगान के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।










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